गुरुवार, 4 नवंबर 2010

एक दीप ...

आओ जलाएं 
प्रकाश पर्व पर 
एक दीप....
देश के शहीदों के नाम ,
एक दीप .......
माँ सरस्वती के नाम ,
और एक दीप ......
उन कन्या भ्रूणों के नाम 
जो देख नहीं सकीं कभी
प्रकाश की एक भी किरण /
आओ जलाएं दिए 
और करें यह कामना
कि विद्या धन से 
सदा आलोकित रहें
हम, हमारा  समाज 
और यह देश / 




7 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत अच्छा पोस्ट , दीपवाली की शुभकामनाये
    sparkindians.blogspot.com

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  2. 'असतो मा सद्गमय, तमसो मा ज्योतिर्गमय, मृत्योर्मा अमृतं गमय ' यानी कि असत्य की ओर नहीं सत्‍य की ओर, अंधकार नहीं प्रकाश की ओर, मृत्यु नहीं अमृतत्व की ओर बढ़ो ।

    दीप-पर्व की आपको ढेर सारी बधाइयाँ एवं शुभकामनाएं ! आपका - अशोक बजाज रायपुर

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  3. बहुत बढ़िया!


    सुख औ’ समृद्धि आपके अंगना झिलमिलाएँ,
    दीपक अमन के चारों दिशाओं में जगमगाएँ
    खुशियाँ आपके द्वार पर आकर खुशी मनाएँ..
    दीपावली पर्व की आपको ढेरों मंगलकामनाएँ!

    -समीर लाल 'समीर'

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  4. शर्मा जी, बजाज जी, समीर जी !!!
    प्रकाश पर्व पर आप सभी को शुभकामनाएं ......

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  5. संगीता जी !
    हर दिन पावन हो , जीवन में शुचिता हो, प्रकाश से सजा हो, हर्ष से भरा हो........
    ऐसा पूरा वर्ष हो ......
    आपका .....
    और आपके परिवार का /
    स्वीकार करें .........मंगल कामना ....प्रकाश पर्व पर /

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  6. करे जो हर
    अंधियारा दूर
    अपने अंतर्मन में
    आओ जलाएं
    एक अमर दीप .....

    बहुत सुंदर रचना ...

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  7. क्षितिजा जी !
    ब्लॉग पर आने के लिए धन्यवाद /
    कभी समय निकाल कर ''THE ANCIENT SCIENCE OF लाइफ'' भी देखें , कदाचित आपको अच्छा लगे

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टिप्पणियाँ हैं तो विमर्श है ...विमर्श है तो परिमार्जन का मार्ग प्रशस्त है .........परिमार्जन है तो उत्कृष्टता है .....और इसी में तो लेखन की सार्थकता है.