tag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post2249781845116586672..comments2023-10-24T13:31:43.875+05:30Comments on बस्तर की अभिव्यक्ति -जैसे कोई झरना....: सबकी एक ही पहचान होती बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttp://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-43775383245143786062012-09-01T10:02:51.173+05:302012-09-01T10:02:51.173+05:30यह कुछ ऐसी चाहत है जो हर सच्चे भारतवासी के दिल में...यह कुछ ऐसी चाहत है जो हर सच्चे भारतवासी के दिल में होती हैं। न जाने कब पूरी होंगी।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-54070081981851600532012-09-01T00:56:49.529+05:302012-09-01T00:56:49.529+05:30निराशा का तिमिर तो है पर कभी तो छटेंगे अन्धेरे ......निराशा का तिमिर तो है पर कभी तो छटेंगे अन्धेरे ....इसी उम्मीद में हम सब जिये जा रहे हैं। ठंड में ठिठुरते व्यक्ति की ठंड दूर किसी क्षीण रोशनी की किरण से तो क्या दूर होगी पर जीने को सहारा तो मिल ही जाता है। बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-31146256499233155182012-09-01T00:51:14.490+05:302012-09-01T00:51:14.490+05:30जी हाँ! पूरे देश को प्रतीक्षा है ऐसे राष्ट्रप्रमुख...जी हाँ! पूरे देश को प्रतीक्षा है ऐसे राष्ट्रप्रमुख की। बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-67929312872148220692012-09-01T00:49:53.937+05:302012-09-01T00:49:53.937+05:30जी हाँ! जब प्रजापालक प्रजाघातक हो जाय तो प्रजा के ...जी हाँ! जब प्रजापालक प्रजाघातक हो जाय तो प्रजा के उत्तरदायित्व बढ़ जाते हैं। <br />बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-31923220338335641802012-08-31T22:19:00.673+05:302012-08-31T22:19:00.673+05:30डॉक्टर साहब!
जब मैं शारजाह में था तो मेरे पाकिस्ता...डॉक्टर साहब!<br />जब मैं शारजाह में था तो मेरे पाकिस्तानी मित्र मुझसे हमेशा पूछते थे कि भाई साहब हम तो अपने मुल्क को सिर्फ पाकिस्तान कहते हैं.. फिर आप क्यों इंडिया, भारत या हिन्दुस्तान कहते हैं..? मेरे पास कोई उत्तर नहीं होता था.. मैंने कहा कि भारत हिन्दी है, हिन्दुस्तान उसे उर्दू में कहते हैं और अंग्रेज़ी में इंडिया.. तो उनका सवाल था कि प्रॉपर नाउन के भी तर्ज्जुमा होते हैं क्या??<br />यह तो थी नाम की बात जो आपने कही.. और उसके बाद जो आपने कहा उसे कौन सुनेगा.. जब कुंए में ही भ्रष्टाचार की भंग मिली हो!!<br />उम्मीद... अब तो उम्मीद भी नाउम्मीद हो चुकी है!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-90539886107428174532012-08-31T11:57:51.355+05:302012-08-31T11:57:51.355+05:30आचार्य जी,
यही स्वप्न तो हर एक सच्चा भारतवासी देख...आचार्य जी, <br />यही स्वप्न तो हर एक सच्चा भारतवासी देखता है...<br />बहुतों के पास सटीक शब्द नहीं. <br />बहुतों के पास संग्रहित भाव नहीं.<br />बहुतों के पास चेतना नहीं.<br />लगभग सभी किसी-न-किसी लड़ाई में व्यस्त हैं.... <br />एक ख़त्म होती है कि दूसरी में उसे भिड़ा दिया जाता है.<br />आपका ठीक यही सोचा हुआ <br />वह अपने मस्तिष्क से कहाँ सोच पाता है?<br />....<br />मैं तो चाहता हूँ कि आपकी सोच का व्यक्ति ही हमारे राष्ट्र का प्रमुख हो.... ईश्वर मेरी कामना पूरी करे.प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-29555657441065853952012-08-31T07:59:41.193+05:302012-08-31T07:59:41.193+05:30यह सब तो हमको ही करना होगा.यह सब तो हमको ही करना होगा.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.com