tag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post2686463881441562226..comments2023-10-24T13:31:43.875+05:30Comments on बस्तर की अभिव्यक्ति -जैसे कोई झरना....: इस जन आन्दोलन को व्यक्तिगत आन्दोलन बनाएंबस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttp://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-34778058728360967252011-08-25T21:11:27.928+05:302011-08-25T21:11:27.928+05:30यह मकडजाल नहीं है! धरा पर आठ टांगों वाली मकड़ी तो ...यह मकडजाल नहीं है! धरा पर आठ टांगों वाली मकड़ी तो केवल अपने पापी पेट की खातिर इतना सुन्दर अदृश्य जाला बुनती है कि कमज़ोर दृष्टि वाले कीड़े-मकोड़े उस में फंस जाते हैं,,, अथवा समुद्र जल में आठ लम्बे हाथों वाला औक्टोपस अचानक अपने निकट आये अपने भोज्य पदार्थ को पकड़ लेता है... किन्तु वो अष्टभुजाधारी दुर्गा, शेरा वाली माता, अर्थात शिव की अर्धांगिनी, कार्तिकेय और (हाथी के सर वाले) गणेश की माता पार्वती, चारों सदस्यों के मिले जुले प्रयास से बुना दुर्गा कवच अथवा माया जाल आम आदमी को जाला तोड़ने ही नहीं देता, जब तक हाथी अथवा विघ्न हर्ता गणेश, अर्थात मंगल ग्रह किसी के मन का जाला न तोड़े, और काल-चक्र से मुक्ति न दिलाये... (ऐसा हमारे वर्तमान बुद्धिजीवी की दृष्टि में अन्धविश्वासी पूर्वज कह गए - कोई माने या न माने!... मानव सौर-मंडल का प्रतिरूप अथवा प्रतिबिम्ब माना गया है जिसकी कार्य क्षमता कलियुग में काल के साथ लगभग शून्य होती चली जाती है )... <br /><br />'सत्यम शिवम् सुन्दरम' और 'सत्यमेव जयते' कह गए हमारे पूर्वज और गंगाधर, चंद्रशेखर आदि शिव को नटराज भी जो शून्य एमिन अपने एक पुर पर अनादी काल से नृत्य कर्त्ते आ रहे हैं और मानव उनकी चरण की धुल, अपस्मरा पुरुष जिसे अपने भूत का कुछ भी नहीं पता है... इत्यादि इत्यादि...JChttps://www.blogger.com/profile/05374795168555108039noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-30402210852385130112011-08-25T19:57:15.784+05:302011-08-25T19:57:15.784+05:30सुझाव देने की काबिलियत नहीं.. लेकिन एक आंकड़े के अन...सुझाव देने की काबिलियत नहीं.. लेकिन एक आंकड़े के अनुसार न्यायालय में लंबित केसों की संख्या इतनी है कि सुलझाने में कम से कम ३०० साल लगेंगे.. पुराना क़ानून, अव्यावहारिक क़ानून!!बदलने के प्रयास में मकडजाल में उलझता साधारण नागरिक.. और बच निकलता समृद्धशाली खास आदमी!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.com