tag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post47340224815858921..comments2023-10-24T13:31:43.875+05:30Comments on बस्तर की अभिव्यक्ति -जैसे कोई झरना....: यौनअपराध पर नियंत्रण हेतु पुलिस की विवेचना एवं दण्ड प्रावधान में परिवर्तन हेतु सुझाव।बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttp://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-30631998674855426632013-01-12T23:05:42.530+05:302013-01-12T23:05:42.530+05:30जस्टिस वर्मा समिति की सिफ़ारिशें सरकार के लिये बाध्...जस्टिस वर्मा समिति की सिफ़ारिशें सरकार के लिये बाध्यकारी नहीं हैं। हो सकता है कि यह भी सरकार का एक छल हो। हम इससे बहुत आशान्वित नहीं हैं तथापि हमें प्रयास करते रहना चाहिये। हम ऐसा ही एक पत्र राष्ट्रपति महोदय को भी लिख रहे हैं। आप लोग भी अपने-अपने स्तर से प्रयास करते रहिये। बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-31091002119665194632013-01-12T13:01:46.398+05:302013-01-12T13:01:46.398+05:30apki is pahal ke liye aabhaar. sabhi sujhaav effec...apki is pahal ke liye aabhaar. sabhi sujhaav effective lag rahe hainShilpa Mehta : शिल्पा मेहताhttps://www.blogger.com/profile/17400896960704879428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-22351114673397489372013-01-09T10:08:05.875+05:302013-01-09T10:08:05.875+05:30कमेटी की सिफ़ारिशों को मानने के लिये सरकार बाध्य नह...कमेटी की सिफ़ारिशों को मानने के लिये सरकार बाध्य नहीं है। ऐसे में यह एक छलावा भी हो सकता है। इसीलिये मैंने कहा कि हमें इसके लिये अभियान शुरू करना होगा। बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-19464039056979578092013-01-09T10:05:55.745+05:302013-01-09T10:05:55.745+05:30समय मिलते ही देखूँगा। समय मिलते ही देखूँगा। बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-31654338145321700442013-01-09T10:05:07.437+05:302013-01-09T10:05:07.437+05:30देश के संवेदनशील लोगों को सरकार पर दबाव बनाना होगा...देश के संवेदनशील लोगों को सरकार पर दबाव बनाना होगा। हम ऐसा ही एक पत्र माननीय राष्ट्रपति महोदय को भी प्रेषित करेंगे। यह एक अभियान है जिसमें आप सबकी सहभागिता प्रार्थनीय है। बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-29130528417857142342013-01-08T18:09:24.153+05:302013-01-08T18:09:24.153+05:30(ब) यौनदुष्कर्मी हेतु दण्डप्रावधान के सन्दर्भ में ...(ब) यौनदुष्कर्मी हेतु दण्डप्रावधान के सन्दर्भ में आवश्यक सुझाव -<br />1-3- अपराधी को अपनी स्वाभाविक मृत्य तक के लिये सश्रम कठोर कारावास हो साथ ही उसका शल्य कर्म द्वारा ही पुंसत्व समाप्त किया जाय। रासायनिक चिकित्सा द्वारा पुंसत्वनाश कुछ समय पश्चात पूर्ववत हो जाने से तथा मनोविकार उत्पन्न करने के कारण उपयुक्त पद्ध्यति नहीं है। यौनदुष्कृत्य के अपराधी के लिये वयस्क और अवयस्क की सीमा रेखा समाप्त की जाय। मतदान के लिये वयस्कता और यौनदुष्कृत्य के लिये वयस्कता का आपस में कोई सम्बन्ध नहीं है; क्योंकि मतदान हेतु बुद्धि की निर्णयक्षमता का विकास अपेक्षित होता है जबकि यौनदुष्कृत्य में शारीरिक क्षमता की भूमिका होती है। अतः यौनदुष्कृत्य के अपराधी को अवयस्कता की किसी भी शिथिलता से मुक्त रखा जाना चाहिये। साथ ही यह भी ध्यान रखा जाना चाहिये कि अपराधी की यौनदुष्कृत्य की घटना विशेष में सहभागिता एवं क्रूरता की कोटि क्या और कितनी है। दामिनी प्रकरण में सर्वाधिक क्रूर एवं नृशंस कृत्य उसी तथाकथित आरोपी का है जिसे अवयस्क बताया जा रहा है। यौनदुष्कृत्य एवं हिंसा के मामलों में किसी आरोपी के अवयस्क होने से घटना की न तो क्रूरता कम होती है और न पीड़िता की पीड़ा कम होती है। ऐसी घटनायें पूरी चेतना के साथ की जाती हैं अतः यह नहीं कहा जा सकता कि अवयस्क आरोपी अपने विवेक का प्रयोग करने में अपनी अवयस्कता के कारण सक्षम नहीं था और वह दुष्कृत्य के अन्य पक्षों से अनभिज्ञ था। किसी कुशाग्र बुद्धि अवयस्क को उसकी विशेष बौद्धिक क्षमता के कारण उम्र सीमा में शिथिलता प्रदान करते हुये विश्वविद्यालय के स्नातक एवं परास्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश दिया जाना विवेक सम्मत है उसी तरह दुष्कृत्य के मामले में भी अवयस्क को उम्र सीमा में शिथिलता देते हुये उसे किसी वयस्क जैसा ही माना जाना विवेकसम्मत है।<br /><br />3- अपराधी को अपनी स्वाभाविक मृत्य तक के लिये सश्रम कठोर कारावास हो साथ ही उसका शल्य कर्म द्वारा ही पुंसत्व समाप्त किया जाय। रासायनिक चिकित्सा द्वारा पुंसत्वनाश कुछ समय पश्चात पूर्ववत हो जाने से तथा मनोविकार उत्पन्न करने के कारण उपयुक्त पद्ध्यति नहीं है।<br />बढ़िया .<br /> .<br /><br />सहमत आपके अमूल्य सुझावों से .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-86854893966415357092013-01-08T14:20:40.680+05:302013-01-08T14:20:40.680+05:30बहुत ख़ूब वाह!बहुत ख़ूब वाह!चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’https://www.blogger.com/profile/01920903528978970291noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-57035873115977841432013-01-08T12:42:37.693+05:302013-01-08T12:42:37.693+05:30आपके सभी सुझाओं से मैं सहमत हूँ .मैंने भी कुछ सुझा...आपके सभी सुझाओं से मैं सहमत हूँ .मैंने भी कुछ सुझाव जस्टिस वर्मा कमिटी को भेजा है इसे आप http://vicharanubhuti.blogspot.in "कानून का प्रावधान क्या हो " देख सकते है.<br /><br />New post<a href="http://kpk-vichar.blogspot.in/2013/01/blog-post_5.html" rel="nofollow">: अहँकार</a><br /><br />कालीपद "प्रसाद"https://www.blogger.com/profile/09952043082177738277noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-72252460200395057612013-01-08T10:42:34.715+05:302013-01-08T10:42:34.715+05:30सार्थक हार्दिक आभार हम हिंदी चिट्ठाकार हैंसार्थक हार्दिक आभार <a href="http://www.facebook.com/HINDIBLOGGERSPAGE" rel="nofollow">हम हिंदी चिट्ठाकार हैं </a>Shikha Kaushikhttps://www.blogger.com/profile/12226022322607540851noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-1145981617913200402013-01-07T20:58:05.707+05:302013-01-07T20:58:05.707+05:30डॉक्टर साहब!! न्यूनाधिक यही विचार मैं इस घटना और इ...डॉक्टर साहब!! न्यूनाधिक यही विचार मैं इस घटना और इसके पूर्व में हुई अन्यान्य घटनाओं के सन्दर्भ में व्यक्त करता रहा हूँ!! आपने जिस प्रकार व्यवस्थित रूप में इसे प्रस्तुत किया है, काश "उनके" कानों में रूई न भरी हो!! और वो भी इतनी ही संवेदनशीलता से इसकी आवश्यकता अनुभव करें!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-21878383666185780672013-01-07T13:55:50.661+05:302013-01-07T13:55:50.661+05:30जस्टिस वर्मा जी के पास यदि इस जैसे विचार न हों ......जस्टिस वर्मा जी के पास यदि इस जैसे विचार न हों .... तो जरूर आपके इन सभी विचारों को अपना मानेंगे। आपके सभी सुझावों को अमलीजामा पहनाने की जल्द ही जरूरत है अन्यथा ये क्रम रुकने वाला नहीं। <br />रॉबर्ट वाड्रा ने ऐसे ही अपराधों से अपराधी के आसानी से छूट जाने के कारण ही भारत को 'बनाना रिपब्लिक' कह दिया था। <br />जब तक क़ानून लचीले होंगे और न्यायप्रक्रिया बहुत लम्बी होगी तब तक अपराधियों के हौसले बुलंद रहेंगे।प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.com