tag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post5098083048419769122..comments2023-10-24T13:31:43.875+05:30Comments on बस्तर की अभिव्यक्ति -जैसे कोई झरना....: अमानवीय स्वास्थ्य उद्योग के पाप का परिणाम है “स्वाइन फ़्लू”बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttp://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-89393349481790917542015-04-01T14:21:41.886+05:302015-04-01T14:21:41.886+05:30कितना भयावह कितना भयावह संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-43450414432866938032015-03-20T11:40:52.409+05:302015-03-20T11:40:52.409+05:30ब्लॉग पर वापसी ! अच्छा लगा । फिर से लिखना शुरू करो...ब्लॉग पर वापसी ! अच्छा लगा । फिर से लिखना शुरू करो । ब्लॉगिंग अब ज़िन्दगी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुकी है । बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-87723851584391724812015-03-20T11:37:13.308+05:302015-03-20T11:37:13.308+05:30अंतर राष्ट्रीय मिलीभगत । अंतर राष्ट्रीय मिलीभगत । बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-91755555559846450532015-03-20T01:43:09.469+05:302015-03-20T01:43:09.469+05:30hmmmmm.....kitne waqt baad pdh paayi aapko baba......hmmmmm.....kitne waqt baad pdh paayi aapko baba.........:).........aankhe nam he....ki kitne waqt baad pdh rhi hun aapko..:)VenuS "ज़ोया"https://www.blogger.com/profile/03536990933468056653noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-20032542253298556402015-03-17T23:39:55.214+05:302015-03-17T23:39:55.214+05:30सच कहा आपने .... आपसी मिली भगत से ही ये भजन चल रहा...सच कहा आपने .... आपसी मिली भगत से ही ये भजन चल रहा हैं.............<br />http://savanxxx.blogspot.inAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/16758905606510875826noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-29870912978834717522015-03-16T12:18:03.409+05:302015-03-16T12:18:03.409+05:30जी रविकर जी ! धन्यवाद ! आज बहुत दिन बाद आपसे रू-ब-...जी रविकर जी ! धन्यवाद ! आज बहुत दिन बाद आपसे रू-ब-रू हो पा रहा हूँ ! बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-59882311778815908722015-03-16T12:17:03.015+05:302015-03-16T12:17:03.015+05:30लक्ष्मी अपने वाहन पर बैठी मुस्करा रही है और सरस्वत...लक्ष्मी अपने वाहन पर बैठी मुस्करा रही है और सरस्वती को ख़रीदने के लिये उद्योगपति बोलियाँ लगा रहे हैं । उल्लू बड़ा दूरदर्शी है, जो चीज लोगों को सूर्य के प्रकाश में दिखायी नहीं देती उसे उल्लू रात के अँधेरे में भी भलीभाँति देख पा रहा है । हमारी निराशा के कारण हैं बिकाऊ सरस्वती पुत्र । कदाचित इसीलिये भारतीय वाण्ड्मय में कुपात्र को विद्या देने के लिये निषेध किया गया था । बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-65625803218724653022015-03-16T09:14:58.563+05:302015-03-16T09:14:58.563+05:30कितना क्रूर ,कितना भयावह !
औद्योगिक विकास की होड़ ...कितना क्रूर ,कितना भयावह !<br />औद्योगिक विकास की होड़ नें जीवन की स्वाभाविकता को पी डाला है - ऊपरी चकाचौंध में अनदेखा रह जाता मूल्यों का क्षरण पता नहीं किस सीमा तक ले जाएगा .प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-85557355002770892092015-03-16T09:02:03.011+05:302015-03-16T09:02:03.011+05:30आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज मंगलवार को ' ...आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज मंगलवार को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> ' <br />दिन को रोज़ा रहत है ,रात हनत है गाय ; चर्चा मंच 1920<br /> </a> पर भी है ।<br />रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.com