tag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post8614918126254067076..comments2023-10-24T13:31:43.875+05:30Comments on बस्तर की अभिव्यक्ति -जैसे कोई झरना....: सोनागाछी .बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttp://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-65628034011963816872012-06-13T18:28:33.525+05:302012-06-13T18:28:33.525+05:30कौशलेन्द्र भाई संवेदनशील रचना। बधाई।वेदना, करुणा औ...कौशलेन्द्र भाई संवेदनशील रचना। बधाई।वेदना, करुणा और दुःखानुभूति को उजागर करती रचना। इस कथा की सबसे अच्छी बात मुझे लगी कि अपने मन की सच्ची बातें लेखक सीधे-सीधे अपने ही मुख से उत्तम पुरुष में कह रहा है और पाठक को इस तरह उन भावों के साथ तादातम्य अनुभव करने में बड़ी सुगमता होती है।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.com