tag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post8731514812835153619..comments2023-10-24T13:31:43.875+05:30Comments on बस्तर की अभिव्यक्ति -जैसे कोई झरना....: बूँद-बूँद अहसास बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttp://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-41740065341927656642014-06-08T10:37:17.578+05:302014-06-08T10:37:17.578+05:30बहुत खूबबहुत खूबब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-71802759362456080742014-05-11T20:14:06.797+05:302014-05-11T20:14:06.797+05:30कौशलेन्द्र जी .....आपने मनोयोग से किताब पढ़कर समीक...कौशलेन्द्र जी .....आपने मनोयोग से किताब पढ़कर समीक्षा लिखी.....आभारी हूँ.....आप सब सुधि जनों को भी सादर नमन एवं धन्यवाद!!malini gautamhttps://www.blogger.com/profile/13493145336013966938noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-78206510986671975422014-05-10T18:11:36.053+05:302014-05-10T18:11:36.053+05:30डॉक्टर श्रीमती मालिनी गौतम जी की पुस्तक “बूँद-...<b> </b> <br /><b> </b> <br /><b> डॉक्टर श्रीमती मालिनी गौतम जी </b> की पुस्तक <b> “बूँद-बूँद अहसास” </b> का संक्षिप्त परिचय मिला आपकी इस लघु समीक्षा को पढ़ कर ।<br />तलाशेंगे कभी पुस्तक पढ़ने का अवसर ।<br /><br /><b>रचनाकार </b> और <b> समीक्षक </b> दोनों को बधाई और मंगलकामनाएं !<br /><b> </b> <br /><b> </b> <br /><b> </b><br /><b> </b> <br /><b> </b> <br /><b> </b>Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-79971594848210486202014-05-10T09:19:46.357+05:302014-05-10T09:19:46.357+05:30सुंदर समीक्षा ।सुंदर समीक्षा ।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-75523966354389642722014-05-10T07:59:15.032+05:302014-05-10T07:59:15.032+05:30कमाल है भैया, आज मैंने भी एक पुस्तक की समीक्षा लिख...कमाल है भैया, आज मैंने भी एक पुस्तक की समीक्षा लिखी है. हालाम्कि मैं असाहित्यिक व्यक्ति हूँ इसलिये समीक्षा के स्थान पर मैं केवल प्रतिक्रिया ही कहता हूँ! अवसर मिले तो देखियेगा!! <br />बहुत ही सन्क्षिप्त और संतुलित समीक्षा की है आपने. फिर भी कवयित्री की विशेषताएँ उभर कर सामने आई हैं!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.com