tag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post8891289195868487943..comments2023-10-24T13:31:43.875+05:30Comments on बस्तर की अभिव्यक्ति -जैसे कोई झरना....: बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttp://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-50078846358594740022011-04-25T22:46:59.485+05:302011-04-25T22:46:59.485+05:30चारों कविताएँ लाज़वाब हैं। अच्छा लिखते हैं आप। आपक...चारों कविताएँ लाज़वाब हैं। अच्छा लिखते हैं आप। आपके ब्लॉग में आकर खुशी मिली।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-58170625825768239092011-04-23T22:05:13.201+05:302011-04-23T22:05:13.201+05:30लाजवाब.....!!
आपकी सोच को सलाम ......लाजवाब.....!!<br />आपकी सोच को सलाम ......हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-24034022620555774882011-04-23T15:26:13.474+05:302011-04-23T15:26:13.474+05:30चिड़ियाँ
प्रेम के गीत गाती रहीं
सुबह पूरब
और शाम...चिड़ियाँ <br />प्रेम के गीत गाती रहीं<br />सुबह पूरब <br />और शाम पश्चिम की <br />उड़ान भरती रहीं<br />उन्हें <br />दिशा का ज्ञान नहीं <br />मंत्र की पहचान नहीं<br />वे तो सिर्फ <br />सूरज के साथ जागतीं <br />सूरज के साथ सोतीं<br />दिन भर उसी का अनुगमन करतीं <br />तमसोमा ज्योतिर्गमय को जीती हैं<br /><br /><br />hamaare sabhya samaaj ko aaina dikhatee behad hee sateek rachnaae.<br /><br />ujaale achchhe hee kise lagte hai aajakal.andhere me kiye kaamo kaa lekhaa-jokha jo nahee hota kisi ke paas.dekhiye na hamaaree nai janareshan kee to subah hee rat baarah baje ke baad shuru hotee hai.mantro kaa jap bhee bas dikhava hota jaa raha hai......मालिनी गौतमhttps://www.blogger.com/profile/13479031445513404304noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-16910718954437181012011-04-22T13:08:26.551+05:302011-04-22T13:08:26.551+05:30अच्छी नज़्म हैं सारी की सारी....बहुत कुछ सोचने को म...अच्छी नज़्म हैं सारी की सारी....बहुत कुछ सोचने को मजबूर करती हुईrashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-35435934642845020382011-04-21T17:29:53.874+05:302011-04-21T17:29:53.874+05:30सभी क्षणिकाएं सटीक और प्रभावशाली हैं.पर आखिरी वाली...सभी क्षणिकाएं सटीक और प्रभावशाली हैं.पर आखिरी वाली कमाल लगी.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-41528352389612892432011-04-21T07:41:02.355+05:302011-04-21T07:41:02.355+05:30सलिल भैया ! कहीं बाहर चले गए थे क्या ....या किसी थ...सलिल भैया ! कहीं बाहर चले गए थे क्या ....या किसी थियेटर में व्यस्त थे ? बहुत दिनों से आपके गाँव में कोई हलचल नहीं हुयी. प्रतीक्षा कर रहा हूँ ....आप अपने दोनों गाँवों से गायब हैं ...यह अच्छी बात नहीं है.बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-70788549259410706972011-04-21T01:18:50.407+05:302011-04-21T01:18:50.407+05:30डॉक्टर साहब किस क्षणिका की तारीफ करूँ..अछूते भावों...डॉक्टर साहब किस क्षणिका की तारीफ करूँ..अछूते भावों से सजी हैं सब की सब!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-88631589575318939502011-04-20T11:48:50.974+05:302011-04-20T11:48:50.974+05:30चारों कविताएं अलग-अलग भाव-विचार में पहुंचाती हैं.....चारों कविताएं अलग-अलग भाव-विचार में पहुंचाती हैं...बहुत सुन्दर..<br />जीवन दर्शन से परिपूर्ण सुंदर कविताओं के लिए हार्दिक बधाई।Dr (Miss) Sharad Singhhttps://www.blogger.com/profile/00238358286364572931noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-40201251371317355662011-04-20T08:10:28.204+05:302011-04-20T08:10:28.204+05:30मैं ही नहीं
दुनिया का हर प्राणी है
अवसरवादी
चिड़...मैं ही नहीं <br />दुनिया का हर प्राणी है <br />अवसरवादी<br />चिड़ियों को ही देख लो<br />सुबह पूरब को <br />तो शाम पश्चिम को <br />भरती हैं उड़ान <br />अपने स्वार्थ की<br />उन्हें भी है पहचान <br />फिर लोग क्यों करते हैं<br />सिर्फ मुझे ही बदनाम<br /><br />एक से बढ़कर एक क्षणिकाएं हैं लेकिन 'कुतर्क' का तो जवाब ही नहीं। कोई भी स्वार्थ से मुक्त नहीं है , फिर भी अनायास ही कभी-कभी किसी के कुछ शब्द मन को सुन्दर और अपनेपन का एहसास दे जाते हैं।<br /><br />.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-66443098264875003482011-04-19T14:10:56.482+05:302011-04-19T14:10:56.482+05:30४- वैज्ञानिक
वह
दिन भर सपने देखता है
रात भर न...४- वैज्ञानिक <br /><br /><br />वह <br />दिन भर सपने देखता है <br />रात भर नींद को तरसता है<br />फिर नींद पर शोध करता है <br />है <br />इस बीच <br />नींद <br />और भी दूर भाग गयी है<br />haa haa haa <br />baba<br />ye to puraaa mere pe fit ho rhaa he.....ha ha<br />bahutt achhi rchnaa lgi mujh to ye....main to apni thesis ke pehale page pe yahi likhungi<br />ha ha ha<br />ab disri rchnaao ki baat<br />Kutark.....ye rchnaa man ko andr tak choo gyi<br />a beautiful...menaingful..nd grt oresentation..baba<br />thanx<br />take careVenuS "ज़ोया"https://www.blogger.com/profile/03536990933468056653noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-43810813758993391822011-04-19T11:51:36.157+05:302011-04-19T11:51:36.157+05:30वो तो अच्छा है कि सूर्य पृथ्वी से बहुत दूर है, आधु...वो तो अच्छा है कि सूर्य पृथ्वी से बहुत दूर है, आधुनिक प्राणीयों की पहुंच के बाहर...<br /><br />रात के अँधेरे में परवाने ने भी पक्षी समान प्रकाश के स्रोत का अनुगमन किया, और राख हो गया! <br /><br />कवि ने इसे दोनों (शरीर और शक्ति?) के बीच चिर कालीन प्रेम का प्रतिबिम्ब माना, <br />और नींद गंवा कर वैज्ञानिक ने जाना कि संभव है ऐसा ही सब प्राणीयों के साथ भी,,, <br /><br />यदि नट(राज) समान शून्य में अधर पर लटकी स्थिर पार्थिव पृथ्वी, <br />कभी सूर्य की शक्ति क्षीण होने पर गिर जाये,,, <br /><br />सूर्य पर ही अथवा गैलेक्सी के केंद्र पर जहां धूलि-कण का बादल ही उन्हें दीखता है सदा !JChttps://www.blogger.com/profile/05374795168555108039noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-72507550705669815972011-04-19T08:19:50.566+05:302011-04-19T08:19:50.566+05:30अच्छी अभिव्यक्ति ...अच्छी अभिव्यक्ति ...संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.com