tag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post8989882895335056566..comments2023-10-24T13:31:43.875+05:30Comments on बस्तर की अभिव्यक्ति -जैसे कोई झरना....: इतने ज़रूरी क्योंबस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttp://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-8311087627766487257.post-76190786951153952492015-02-22T07:43:44.182+05:302015-02-22T07:43:44.182+05:30मुझे भी आश्चर्य है कि मन की स्लेट पर जन्म से अंक...मुझे भी आश्चर्य है कि मन की स्लेट पर जन्म से अंकित हुआ सब-कुछ एकदम कैसे मिट जाता है, सारे पूर्व संस्कार शून्य हो जाते हैं और अंतरात्मा के स्वर बदल जाते हैं .मज़हब ऊपर से लादी हुई चीज़ हो जाता है जो सहज-स्वाभाविक जीवन से विरत कर देता है.प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.com