हमें पहाड़ों से शिक़ायत है...
कि सारी वर्फ़
और ख़ूबसूरती पर
उन्होंने सदियों से क़ब्ज़ा कर रखा है
गहरी घाटियों को
इन सबसे वंचित रखा है
ये मनमानी ना-क़ाबिले बर्दाश्त है
यह पहाड़ों की मनुवादिता है
हम कसम खाते हैं
कि कैलाश की बर्फ़ लाकर
घाटियों में डाल देंगे
और घाटियों के आगे
साइन बोर्ड पर उनका नाम लिख देंगे
-"पहाड़"
हमारा वादा है
कि ये दुनिया के सबसे ऊँचे "पहाड़" होंगे...
एवरेस्ट से भी ऊँचे ।
:) बढ़िया ।
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