गज़ब है यह मूर्तिकार भी !
एक ही तो है वो जिसने हम सबको भी गढा है....बहुत सुन्दर चित्र..अनु
टिप्पणियाँ हैं तो विमर्श है ...विमर्श है तो परिमार्जन का मार्ग प्रशस्त है .........परिमार्जन है तो उत्कृष्टता है .....और इसी में तो लेखन की सार्थकता है.
गज़ब है यह मूर्तिकार भी !
जवाब देंहटाएंएक ही तो है वो जिसने हम सबको भी गढा है....
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर चित्र..
अनु