-
स्वीडन जलने लगा, दुनिया
के बहुत से देश पहले से ही जल रहे हैं ।
-
धर्म जला रहा है हमें या यूँ कहिए कि धर्म की
आड़ में हम ख़ुद ही जला रहे हैं दुनिया को । बात को समझना होगा ।
-
जब तक इंसान के रचे धर्म रहेंगे इस दुनिया में, ख़ून
बहता रहेगा ।
-
जब कोई धर्म नहीं होगा तब इंसानियत का धर्म
होगा, हमें उसी की ज़रूरत है ।
-
तो मैं मानता हूँ कि दुनिया भर में वे सारे
धर्म ख़त्म हो जाने चाहिये जिन्हें हमने और आपने बनाया ।
-
इंसान के बनाए धर्मों को राजनीतिज्ञों ने
हाईजैक करके फ़ोर्टीफ़ाइ कर लिया है । वे फ़ोर्टीफ़ाइड धर्म का प्रयोग अफ़ीम की तरह जनता
को पिन्नक में बनाये रखने के लिए करते हैं ।
- राजनीति युद्ध से प्रारम्भ होती है और उसका अंत किसी न किसी सभ्यता के अंत से होता है ।
मैं
इज़्रेल में आर्यों को देखता हूँ...
इस धरती
पर इज़्रेल ही एक ऐसा देश है जो हमें सम्मोहित करता है । मैं इज़्रेल को एक बलिष्ठ
और दृढ़ इच्छाशक्ति वाले युवक के रूप में देखता हूँ । शायद आर्यावर्त के आर्य भी
कभी ऐसे ही कैरेक्टेरिस्टिक्स वाले होते रहे होंगे ।
और हाँ
! इज़्रायल को इज़्रेल कहना मैंने तेल अबीव की एक युवा लड़की से सीखा है ।
CLICK HERE CLICK HERE KCLICK HERE Anews news news CLICK THIS thanks
जवाब देंहटाएं