सदी के महानायक की अम्मा की बरसी थी आज ....उनकय हमार विनम्र श्रद्धांजलि !
महानायक आज अपने चहकू पर चहके ..........चहके कि उनकी स्वर्गीया अम्मा ......दुनिया की सबसे अच्छी अम्मा थीं.
तो भैया महानायक जी ! भावावेश में आप ई काहे भुला जाते हैं के आप ज़ो कह रहे हैं उसका का-का अर्थ निकल सकता है ? कभी गौर किये हैं कि इसका मतलब का हुआ ? सिरीमान जी आप पूरे दुनिया के बाकी लोगन की अम्मा लोगन के घोर अपमान कर दिए हैं. हर बिटवा की नज़र मं ओहकर अम्मा अच्छी है ...बाकी ई ज़ो आप कह दिए न ! कि "सबसे अच्छी ".....कुल ममलवय इहाँ गड़बडाय गया ....त का बाकी लोगन की अम्मा खराब हैं ......या थोड़ा उनकर दर्ज़वा आपकी अम्मा से कम हय ....आयं ? अरे बड़का बड़का लोग कहे हैं के "तोल-मोल के बोल".....इ बतिया आपके ऊपर लागू नहीं होता है का ? अभी हम दुलार मं अपनी बिटिया के चिट्ठी लिखे रहे "......प्यारी अन्वेषिका ! तुम दुनिया की अच्छी बेटियों में से एक हो " जवाब मं हमार बिटिया कही "...बाबा ! आप कितने अच्छे हैं ....आप दुनिया की और बेटियों का भी मान रखते हैं.
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